हर सनातनी के घर में तुलसी का पौधा होता ही है. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, क्योंकि तुलसी का पौधा साक्षात मां लक्ष्मी का प्रतीक होता है. हर रोज तुलसी पूजने से घर में आर्थिक तंगी दूर होती है और सुख-समृद्धि की बढ़ोतरी होती है. लेकिन कभी-कभी देखा जाता है कि अचानक तुलसी का पौधा सूख जाता है, जो कुछ न कुछ संकेत जरूर देता है.

फिलहाल सावन का महीना चल रहा है और सावन के महीने में अगर अचानक तुलसी का पौधा सूख जाए तो क्या कुछ संकेत दे रहा है,  कि अगर ऐसा हो तो क्या करना चाहिए और सूखी तुलसी को घर में रखना चाहिए या नहीं.
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य
11 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है और 9 अगस्त तक सावन महीना चलने वाला है. सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित रहता है.

इस महीने में भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से हर मनोकामना जरूर पूरी होती है. वहीं, इस महीने में माता तुलसी की भी पूजा की जाती है. लेकिन अगर वही तुलसी का पौधा सावन के महीने में सूख जाए तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है.

सावन के महीने में तुलसी पौधा सूखने से क्या संकेत मिलता है
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि अगर सावन के महीने में अचानक तुलसी का पौधा सूखने लगे तो इसे अशुभ संकेत माना जाता है. घर में अचानक आर्थिक तंगी हो सकती है. नकारात्मक असर ज्यादा पड़ सकता है. घर में गृह कलह भी बढ़ सकती है.

सूखे हुए तुलसी के पौधे को हटाकर सावन महीने की एकादशी के दिन लक्ष्मी-नारायण की विधि-विधान से पूजा करके नया तुलसी का पौधा लगा दें, सब ठीक हो जाएगा. ध्यान रहे कि पौधे को ठीक से विसर्जित करें, सूखी पत्तियां, मंजरी और लकड़ी सब अपने पास रख लें. ये सब बहुत काम आते हैं.